Saturday, June 24, 2017

जनप्रतिनिधी संदेश

विश्व में जितने भी महान पुरूष हुए है उनके पीछे मात्रशकित का ही हाथ होता है। अतः बेटी रहेगी तो बहिन रहेगी,पत्नी रहेगी व माँ रहेगी। - रूडाराम यादव प्रधानाचार्य

भारतवर्ष में बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान अच्छी सोच है। आज देश में बेटियो की कमी महशूस की जा रही है तथा पढाई में भी पहले बच्चियों बेटीयों को नही पढाते थे। अब जागृति आई है। इस सोच से लोगो में बच्चा बच्ची एक समान की भावना का विकास हुआ है।.-महावीर बालासिया

‘‘बेटियाँ सब के नसीब में कहाँ होती है, रब को जो घर पसन्द आये वहा होती है। ’’ -सतीश कुमार सिरोहीवाल

मनुष्य एक ऐसा प्राणी है जो अज्ञानता वश स्त्री पुरूष में भेद करता है। आज के युग में महिला पुरूष समान है। सभी को सजगता से बेटियों के सम्मान की रक्षा करनी होगी। जिससे सभी को आत्म सम्मान मिलेगा। -अरविन्द महर्षि

स्त्री पुरूष ईश्वर की अनुपम कृति है। इसमें असमानता होने पर समाज में विकृति आती है।स्त्री पुरूष में समानता होने पर,बेटीयो के अधिकारो में बढ़ावा मिलेगा तथा राष्ट्र विकास की ओर अग्रसर होगा । -हजारीलाल सैनी

जिस घर में बहु ओर बेटी में अन्तर नही होगा । वहा बेटा बेटी में भी अन्तर नही होगा । समाज की निरन्तर प्रगति में बेटा बेटी का भेद बाधक है। अतः इस अन्तर को समाप्त करने में प्रत्येक नागरिक का जागरूक होना जरूरी है। - छोटेलाल रावत

बेटीयों की लाज रखना,बेटीयों को शिक्षा दिलाना,उनकी रक्षा करना हमारा परम धर्म है। बेटी बचाओगे तो समाज एवं परिवार को प्रगति के रास्ते ले जाओगे। - मुकेश कुमार सैन

यदि हमें आत्म सम्मान को बरकरार रखना है तो महिलाओ की इज्जत के प्रति सजग रहना होगा । बेटीयो को हर क्षैत्र में आगे बढ़ाना होगा । बेटी ही सभ्यता एवं संस्कृति की पालक है। -विष्णु कुमावत

बेटी घर की शान है इसको आगे बढाना है उचित शिक्षा दिलानी है । जो बेटियो के प्रति सजग नही है वे परिवार पतन की और अग्रसर होते है। - छीतर मल मेघवाल

बेटी है अनमोल रत्न इनका सम्मान बढ़ाना है। आज की बेटीयाँ इंजिनियर बनती है तथा अपने परिवार एवं कुल का मान बढाती है। - अशोक कुमार पंसारी

बेटी बिना कुछ नही बेटी एक ऐसा धन है जिससे दो परिवारो को उचांईया मिलजी है। जिस परिवार में हो बेटी का सम्मान वह परिवार बहुत महान - गोकुल चन्द यादव

सबसे पहले समाज के लोगों की सोच में ये बदलाव लाना है कि बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं होता है। आज हमारे देश के लोगो की सोच बदली है इसका परिणाम हमें साफ दिखाई दे रहा है तथा हमारी बेटियों ने आज पढ़ लिखकर सफलता के आयाम प्राप्त किये है। बेटियों का सम्मान ही हमारा योगदान है। -अशोक कुमार मीना सरपंच प्रतिनिधि (गिरूड़ी)

शिक्षित बेटी है तो हमारे परिवार, कुल व राष्ट्र का नाम रोशन होगा। बेटियां समाज को उन्नन्नि एवं संस्कृत्ति को कायम बनाये रखने के लिए शिक्षित होना जरूरी है शिक्षित बेटी राष्ट्र निर्माण में सहयोग करती है।- शेरसिंह सैनी (सरपंच) खेड़ा

बेटियां अधिक पढाये और उनको हर क्षेत्र में आगे बढ़ने दे, समाज में उनका मान-सम्मान करें व करवायें बेटियां तो अनमोल रत्न है बेटा - बेटी में कभी भेद-भाव नहीं करना चाहिए। -ब्रहृप्रकाश डुमोलिया (सरपंच, बुटेरी)

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