मैनें अपने जीवन में बेटियों को कभी बेटों से कम नहीं समझा है। मैने बेटों के समान बेटीयों का कुआ पुजन समारोह आयोजित कर समाज में जागृती प्रसारित की है। मैं अपनी बेटियों को बेटों की तरह पाल रहा हूँ एवं उनकी इच्छाओं के अनुसार कैरियर बनाने में सहयोग देना चाहता हूँ। अतः मैने अपने प्रथम डिलिवरी में पैदा हुई जुड़वा बेटियों पर ही ऑपरेशन करवा लिया है। -महेश चन्द
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