Saturday, June 24, 2017

अनमोल शब्द ‘‘काव्य-पाठ’’

बेटी का महत्व
बेटियों को यहाँ नहीं,सिर्फ इतिहास में ही पाओगे और,
बिना बेटियों के कैसी होगी दुनिया यह सोचकर भी घबराओगे।
अरे! बेटों की चाहत रखने वालो,
हर कोई बेटा चाहेगा तो बहू कहाँ से लाओगे,
अब भी जाग जाओं....... ।
इंदिरा गाँधी,प्रतिभा पाटिल,को कैसे तुम भुला पाओंगे और रानी
लक्ष्मीबाई के बिना, इतिहास कहाँ लिख पाओगे।
जब भी अंतरिक्ष में जाने की चर्चा,कल्पना चावला,
सुनिता विलियम्स को कैसे तुम भुलाओगे।
सबकी होगी कलाईयाँ सूनी,राखी किससे बंधवाओगे।
बिना तिलक माथे होंगे,भाई-दूज कैसे मनाओगे।
कन्यादान महादान है, कन्या हत्या क्या होगी
इसकी कल्पना से भी तुम काँप जाओगे।
माँ वैष्णो की पूजा करने वालो नवरात्रे तो रख लोगे तब पूजन के
लिए छोटी कन्याएँ कहां से लाओगे।
अब भी जाग जाओं वरना बाद में बहुत पछताओगे।।

जमाने की ये कहानी
कहती है एक लड़की जमाने की ये कहानी
जन्म लड़की का मिला है यही है उसकी नादानी
सभी कहते है ये उससे तेरी मुस्कान बड़ी सुन्दर
मगर ये रीत कैसी है वो बाहर हँस नही सकती ।
है वो सपनो की दुनिया में है चाहत चाँद छूने की
जमाने की ये हरकतें है बेडी उसकी राह की
कुछ कहते हैं, लड़की है कहाँ जायेगी ये अकेली
कोई कहता है दुनिया है नही बाहर निकलने की ।
कोई कहता संभल चलना तू इज्जत है दो घरो की
घर वाले सभी कहते राजकुमारी है हमारी
कोई कहता के नाजुक सी कली मेरे घरौदे की
मगर ये है कली कैसी जो कभी खिल नही सकती ।

बेटी है जग का आधार
जब माँ ही जग में न होगी
तो तुम जन्म किससे पाओगें ?
जब बहन न होगी घर के आंगन में
तो किससे रूठोगे,किसे मनाओगे ?
जब दादीनानी न होगी
तो तुम्हें कहानी कौन सुनाएगा ?
जग कोई स्वप्न सुन्दरी ही न होगी
तो तुम किससे ब्याह रचओगे ?
जब घर में बेटी ही न होगी
तो तुम किस पर लाड लुटाओगे ?
जिस दुनिया में स्त्री ही न होगी
उस दुनिया में तुम कैसे रह पाओगे ?
जब तेर घर में बहू ही न होगी
तो कैसे वंश आगे बढ़ाओगे ?
नारी के बिन जग सूना है
तुम ये बात कब समझ पाओगे ?

बेटी बचाओं
कहती है बेटी हमें निहार मुझे चाहिए प्यार दुलार ।
बेटियों को क्यों ?
प्यार नहीं करता संसार । सोचिये सभी क्या बेटी बिना
बन सकता है घर परिवार ।
बचपन से लेके जवानी तक मुझ पर लटक रही तलवार ।
मेरे दर्द और वेदना का
कब होगा स्थाई उपचार ।
बढ़ते पानी में मैं बह गई कौन करेगा नदी के पार ।
मै बेटी माता भी मैं हूँ
मैं ही दूर्गा काली अवतार ।
मेरे प्यार में सभी सुखी हैं मेरे बिना धरती अंधियार।
बेटी की दर्द और वेदना का
कब होगा स्थाई उपचार ।

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